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एक दिन की छुट्टी
निर्मला कुमारी शादी के बाद पहली बार ससुराल वो एक दिन की छुट्टी ले कर उससे मिलने आया था। आते वक़्त पहली बस छूट गई थी तो रात आठ के बदले सवा...
निर्मला कुमारी
Jun 18, 20242 min read


दीवाना
दिनेश दुबे अभिषेक एक सुंदर नौजवान लड़का है। आज ऑफिस आते समय लॉबी में उसे एक सुंदर लड़की दिखाई देती है। वह देखते ही उसका दीवाना हो जाता...
दिनेश दुबे
Jun 18, 20246 min read


आ गले लग जा….
रवीन्द्र कान्त त्यागी “सुनो माला, यार कल तुमने खाने में मिर्ची बहुत डाल रखी थीं। मिर्ची ज्यादा हो तो सुबह को टॉयलेट में भी झेलना पड़ता है...
रवीन्द्र कान्त त्यागी
May 17, 202414 min read


खुशियों का सौदा
विनय कुमार मिश्रा इस बड़े शहर में एक छोटा सा कॉस्मेटिक शॉप है मेरा। पति ने खोला था मेरे नाम पर। झुमकी श्रृंगार स्टोर। आज एक नया जोड़ा आया...
विनय कुमार मिश्रा
May 16, 20242 min read


आगमन एक बसंत का
रीता कुमारी कॉलेज में दशहरे की पूरे दस दिनों की छुट्टी हो गई थी। त्योहार मनाने के लिए अच्छा-ख़ासा समय मिल गया था। सभी ख़ुश थे। हंस-बोल रहे...
रीता कुमारी
May 8, 20249 min read


खूबसूरत झांसा
विभा गुप्ता 'रॉयल क्लब' का हॉल मेहमानों से भरा हुआ था। हॉल की दीवारों पर रंग-बिरंगी बत्तियाँ जगमगा रही थी। एक-दूसरे का हाथ थामे दीपक और...
विभा गुप्ता
May 8, 20242 min read


तनातनी
लक्ष्मी कांत बीते चार दिनों से दोनों में बोलचाल बंद थी। अभी सालभर भी पूरा नहीं हुआ था मोहन और सुधा की शादी को। यूं तो छोटी-छोटी नौकझोंक...
लक्ष्मी कांत
Apr 16, 20242 min read


अच्छाई की जीत
विभा गुप्ता "अंशुल बेटे पापा से पूछ चाय बना दूँ।" "अंशुल, अपनी मम्मी को बोल दे, नहीं पीनी है चाय मुझे।" "अंशुल, पूछ अपने पापा से कि...
विभा गुप्ता
Apr 5, 20242 min read


रोमांटिक वॉक
भगवती सक्सेना गौड़ आज संजीव अपनी उम्र के सातवें दशक में पहुँच गए थे। सोसाइटी में टहलना उनकी दिनचर्या में शामिल था। स्वास्थ्य का हमेशा से...
भगवती सक्सेना गौड़
Mar 11, 20242 min read


नैनों के पेंच
विभा गुप्ता मकर-संक्रांति का त्योहार आया नहीं कि नीला आसमान रंग-बिरंगे पतंगों से सज जाते हैं। कड़कड़ाती ठंड में भी छत पर बैठकर गुनगुनी...
विभा गुप्ता
Feb 25, 20243 min read


सच्चा प्यार
प्रवीण केट अभी यह अरेंज मैरिज बोले तो पूनम और अक्षय दोनों ही अनजान होंगे बराबर? दोनों ही अनजान थे। उनकी शादी दोनों के परिवार वालों ने...
प्रवीण केट
Feb 17, 20246 min read


मुस्कान खिल उठी…
संगीता फाइलें तैयार कर रिचा बॉस के केबिन में पहुंची, तो पता चला कि वे घर के लिए निकल चुके हैं। “ओह, लगता है जल्दी में भूल गए। चलो, उनका...
Rachnakunj .
Jan 22, 20249 min read


अनहोनी
चिन्मय देशपाण्डे आलोक साहब अपनी सुंदर, सुघड़, विदुषी पत्नी के साथ ऑफिस की सालाना पार्टी में जैसे ही पधारे कइयों के सीने पर सांप लोट गए।...
Rachnakunj .
Jan 20, 20244 min read


खाली कश्ती लाख थपेड़े
डॉ. जहांन सिंह “जहांन” गरीबी और बेरोजगारी को लादे, जीवन में कुछ करने की तीव्र इच्छा लिये एक नौजवान कानपुर आता है। एक पिछड़े गाँव एवं अभाव...
Rachnakunj .
Jan 14, 20245 min read


बड़े पापा
डॉ. कृष्णा कांत श्रीवास्तव शुक्ला विला से असमय आ रही हंसी-ठिठोली की आवाज़ से पूरा मोहल्ला जान गया था कि परिवार में फिर महफ़िलों का दौर चल...
Rachnakunj .
Jan 13, 202411 min read


पहाड़ों की परी
आनंद मिश्रा एक समय की बात है, हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों के बीच बसे एक अनोखे गाँव में मीरा नाम की एक लड़की रहती थी। वह अपनी हिरणी जैसी...
Rachnakunj .
Dec 20, 20235 min read


मेरी चारुलता
भोलानाथ लेकिन मां बार-बार टोकती कि रवीन्द्र शादी कर ले, लेकिन मैं ना कर देता इसका कारण थी चारुलता। जिसका जिक्र आते ही आंखें नम हो जाती...
Rachnakunj .
Dec 15, 20232 min read


मेरा गीत
विनय कुमार मिश्रा "भैया आप मुझसे बातें करिए, मुझे अपने गीत सुनाइये मैं सुनूँगी" मैंने हाथ पकड़ कर कहा। भैया थोड़े हतप्रभ हो मुझे देखने लगे।...
Rachnakunj .
Nov 19, 20232 min read


निश्चिन्ती
निरंजन धुलेकर इनकी शुरू से एक आदत है। सोते समय या तो मेरा हाथ पकड़ लेंगे या मेरे गाल पर हाथ रख कर सोएंगे, कुछ नही तो साड़ी का पल्लू ही हाथ...
Rachnakunj .
Nov 17, 20232 min read


भला कौन?
सुभाष चौधरी एक बार एक धनी पुरुष ने एक मंदिर बनवाया। मंदिर में भगवान की पूजा करने के लिए एक पुजारी रखा। मंदिर के खर्च के लिए बहुत सी भूमि,...
Rachnakunj .
Nov 11, 20232 min read