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नीलकंठ
गुलशन नंदा असावधानी से पर्दा उठाकर ज्यों ही आनंद ने कमरे में प्रवेश किया, वह सहसा रुक गया। सामने सोफे पर हरी साड़ी में सुसज्जित एक लड़की बैठी कोई पत्रिका देखने में तल्लीन थी। आनंद को देखते ही वह चौंककर उठ खड़ी हुई। 'आप!' सकुवाते स्वर में उसने पूछा, 'जी, मैं रायसाहब घर पर हैं क्या?' 'जी नहीं, अभी ऑफिस से नहीं लौटे।' 'और मालकिन। आनंद ने पायदान पर जूते साफ करते हुए पूछा। 'जरा मार्किट तक गई हैं। 'घर में और कोई नहीं?' 'संध्या है, उनकी बेटी! अभी आती है।' वह साड़ी का पल्लू ठी
गुलशन नंदा
Dec 71 min read


आधा गांव
ऊँघता शहर राही मासूम रज़ा गाजीपुर के पुराने किले में अब एक स्कूल है जहाँ गंगा की लहरों की आवाज तो आती हैं, लेकिन इतिहास के गुनगुनाने या...
Rachnakunj .
Nov 11, 20233 min read


वापसी
गुलशन नंदा का उपन्यास (1) “नो इट्स इम्पॉसिबल, मेजर रशीद, तुम्हें ज़रूर कोई ग़लतफ़हमी हुई है.” “सर, मेरे आँखें एक बार धोखा खा सकती हैं,...
Rachnakunj .
Oct 28, 20232 min read


अदल बदल
आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास चैप्टर 1 माया भरी बैठी थी। मास्टर हरप्रसाद ने ज्योंही घर में कदम रखा, उसने विषदृष्टि से पति को देखकर...
Rachnakunj .
Oct 9, 20234 min read


गोदान
मुंशी प्रेमचंद होरीराम ने दोनों बैलों को सानी-पानी देकर अपनी स्त्री धनिया से कहा-गोबर को ऊख गोड़ने भेज देना। मैं न जाने कब लौटूँ। ज़रा...
Rachnakunj .
Sep 7, 20237 min read


परिणीता
Chapter- 01 शरत चंद्र चट्टोपाध्याय लक्ष्मण की छाती पर जब शक्ति-बाण लगा होगा, तो ज़रूर उनका चेहरा भयंकर दर्द से सिकुड़ गया होगा, लेकिन...
Rachnakunj .
Aug 25, 20236 min read


चंद्रकांता
चंद्रकांता देवकीनंदन खत्री बयान – 1 शाम का वक्त है। कुछ-कुछ सूरज दिखाई दे रहा है। सुनसान मैदान में एक पहाड़ी के नीचे दो शख्स वीरेंद्र...
Rachnakunj .
Aug 3, 20233 min read


सूरज का सातवां घोड़ा
धर्मवीर भारती इसके पहले कि मैं आपके सामने माणिक मुल्ला की अद्भुत निष्कर्षवादी प्रेम कहानियों के रूप में लिखा गया यह ‘सूरज का सातवां...
Rachnakunj .
Jul 4, 20233 min read