बदलाव की बात करते ही हमारे मन में एक बड़ी तस्वीर उभरती है – जैसे जीवन पूरी तरह बदल जाए, समाज में क्रांति आ जाए, या देश प्रगति की नई ऊँचाइयों को छू ले। परंतु हम यह भूल जाते हैं कि हर बड़ा बदलाव एक छोटी शुरुआत से ही जन्म लेता है। समुद्र की शुरुआत एक छोटे से जलकण से होती है और पर्वत की ऊँचाई एक-एक कण से बनती है। ठीक उसी तरह, यदि हम अपने जीवन, समाज या देश में कुछ बड़ा बदलाव लाना चाहते हैं, तो उसकी पहली ईंट आज की छोटी कोशिश होनी चाहिए।
प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में कुछ सपने होते हैं – किसी को लेखक बनना है, किसी को आईएएस अधिकारी, किसी को व्यापार में सफल होना है, तो किसी को समाज सुधारक। ये सभी लक्ष्य सुनने में बड़े लगते हैं, लेकिन इनके लिए एक ही मूलमंत्र है –